उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के लिए बुरी खबर यदि आप भी गन्ना किसान है तो जान ले यह बड़ी अपडेट वरना नहीं आएगी गन्ना पर्ची
उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों ने गन्ना सर्वे नहीं कराया, तो नहीं आएगी पर्ची यदि आप यह जानना चाहते हैं कि गन्ना किसान अपना गन्ना सर्वे कैसे कराएं तो आज कि हमारी पोस्ट में आपको इस विषय से संबंधित सभी जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान की गई हैं तो चलिए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं कि गन्ना किसान अपना गन्ना का सर्वे नहीं कराएगा तो नहीं आएगी पर्ची |
उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की पेराई सत्र के दौरान अपनी उपज को चीनी मिलो मैं बेचने में कोई परेशानी ना हो इसके लिए अपने गन्ने का सर्वे कराकर किसानों को खेत की गट्टे संख्या के अनुसार पर्ची वितरित कर दी जाती है पर्ची में दर्ज समय पर किसान अपनी फसल को अपने क्षेत्र की चीनी मिल में पहुंचा सकता है
इसलिए गन्ना पेराई सत्र से पहले होने वाले गन्ना सर्वे कराना बहुत महत्वपूर्ण होता है गन्ना सरोवर करने के लिए चीनी मिलों की टीम गन्ना किसानों के खेतों में जाकर गन्ने की खेती का सर्वे करती है राज्य सरकार की सर्वे नीति के तहत शुद्धता एवं पारदर्शिता को मध्य नजर रखते हुए किसी भी गांव में सर्वे टीम के पहुंचने से पहले किसानों को इससे संबंधित सूचना कर दी जाती है
गन्ने का सर्वे बंडल के अनुसार किया जाएगा।
डॉ. भूसरेड्डी ने बताया है कि इस बार गन्ने का सर्वे बंडल के हिसाब से किया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील की है कि गन्ना सर्वे के समय वे अपने खेतों पर ही रहें और जिस किसान भाई के बंडल में गन्ना है, उसके अनुसार गड्ढों की संख्या के अनुसार अपने गन्ने का सर्वे कराएं। उसकी फसल का रिकार्ड नहीं किया जाएगा, बिक्री पर्ची नहीं बनाई जाएगी, न ही उसकी फसल मिल को दी जाएगी, गन्ना सर्वे कराते समय आपको अपना वही खेत दिखाना होगा।
जिसमें गन्ना बोया गया है और खेत का खसरा भी खतौनी होना चाहिए क्योंकि गन्ना सर्वे उसी के नाम से होगा जिसके नाम पर खेत होगा। सर्वे टीम द्वारा आपके क्षेत्र में कितना गन्ना बोया गया है यह मापने के लिए सर्वे टीम पहले गन्ना सर्वे मशीन लगाती है। इसके बाद सर्वे टीम आपके खेत और आपके द्वारा सर्वे किए गए क्षेत्र के बारे में जानकारी देगी
Cane up.in गन्ने की फसल में पोका बोइंग के प्रकोप से बचने की नियंत्रण उपाय
15 दिनों में कल्लो से भर जाएगा खेत । इन उर्वरकों का एक साथ करें प्रयोग जाने पूरी विधि
त्रुटिरहित सर्वे में किसानों की अहम भूमिका
यूपी के गन्ना एवं चीनी मिल के आयुक्त डॉ भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना पेराई सत्र 2023-24 के लिए गन्ना सर्वे का काम आगामी माह से शुरू किया जायेगा उन्होंने बताया कि गन्ना उत्पादन के सही आंकलन के लिये बोए गए गन्ना के क्षेत्र का सही सर्वे करना बहुत जरूरी है
यह काम शुद्धता एवं पारदर्शिता से करते हुए पूरी तरह से त्रुटिरहित होना अनिवार्य है गन्ना किसानों की सक्रिय सहभागिता से ही त्रुटिरहित एवं पारदर्शी सर्वे कर पाना संभव है. किसानों और विभाग के बीच सेतु की भूमिका निभाने वाले राजकीय गन्ना सुपरवाईजरों को भी निर्देश दिये हैं कि सर्वे टीम के इंचार्ज के रूप में वे यह सुनिश्चित करें कि त्रुटिरहित गन्ना सर्वे का काम सर्वेक्षण नीति के प्रावधानों के अनुसार पूरी शुद्धता, पारदर्शिता एवं गन्ना किसानों की सहभागिता से पूरा हो.
गन्ने के सर्वे की जांच कैसे करें
Ganna Kisan खेत में मशीन चलाने के बाद हमें अपना नाम, मोबाइल नंबर, किसान कोड, आधार कार्ड नंबर, गन्ने की किस्म, गन्ने का पौधा या पेड़ दर्ज करना होगा। जिसके अनुसार गन्ना पर्ची आती है, गन्ना सर्वेक्षण के बाद किसान को गन्ना सर्वेक्षण मशीन द्वारा जारी रसीद मिलेगी, जिससे वह अपने गन्ना सर्वेक्षण का पता लगा सकेगा और जांच कर सकेगा।
गन्ना सर्वे के बाद अगर आप गन्ना सर्वे चेक करना चाहते हैं कि गन्ना सर्वे आपके नाम से हुआ है या नहीं तो आप हमारे द्वारा नीचे दिए गए स्टेप बाय स्टेप फॉलो करके चेक कर सकते हैं।
- गन्ना सर्वेक्षण जांचने के लिए सबसे पहले आपको आधिकारिक वेबसाइट https://enquiry.caneup.in पर जाना होगा
- इसके बाद आपको कैप्चा कोड डालना होगा
- कैप्चा कोड डालने के बाद एक पेज खुलेगा जिसमें आपको अपने जिले का नाम, मिल का नाम और अपने गांव का नाम दर्ज करना होगा।
- इसके बाद आपको सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा
- सबमिट बटन पर क्लिक करते ही एक पेज खुलेगा, उसमें लिखा होगा, कैन सर्वे, कैनकैलेंडर, पेमेंट, रॉ कैलेंडर, इश्यूड स्लिप, इंसर्टेड स्लिप आदि। नमस्ते
Home Page | Click Here |
Official website | Click Here |