गन्ने में अंतिम खाद गन्ने की मोटाई और लंबाई के लिए नंबर 1 फॉर्मूला
गन्ने में अंतिम खाद गन्ने की मोटाई और लंबाई के लिए गन्ने की फसल में अंतिम खाद का मतलब होता है। उस समय की खाद जो गन्ने के पौधों की लंबाई एवं उनकी पोषण को बढ़ाने के लिए डाली जाती है। जिस गन्ने के पौधे स्वस्थ और चादर वृद्धि कर सकें। गन्ने की खेती में खाद की सही मात्रा डालना महत्वपूर्ण होता है। आपको अपनी गन्ने की असल में अंतिम खान के रूप में कौन सा खाद एवं कौन-कौन सी दवाइयां मिलाकर डालनी चाहिए जिससे गन्ने की फसल में अधिक पैदावार एवं गन्ना मोटा और वजनदार हो सके
गन्ने की फसल में अधिकतर किसान गन्ने की लंबाई और मोटाई बढ़ाने के लिए तरह-तरह की दवाइयां एवं खाद का प्रयोग अपनी गन्ने की फसल में करते हैं। लेकिन यदि गन्ने की अच्छी उपज आना चाहते हैं तो आपको अपनी गन्ने खेत में 150 किलोग्राम नाइट्रोजन 80 किलोग्राम फास्फोरस एवं 40 किलोग्राम पोटाश तत्व के रूप में प्रति हेक्टेयर प्रयोग करते हैं। इसके साथ ही 25 किलोग्राम जिंक सल्फेट प्रति हेक्टेयर अपनी गन्ने की फसल में प्रयोग करना चाहिए जिसमें नाइट्रोजन की मात्रा 1/3 भाग मात्रा का होता है।
गन्ने की फसल में कौन-कौन सी खाद का प्रयोग करना चाहिए
गन्ने की अच्छी पैदावार के लिए किसान अपनी फसल में डीएपी, सागरिका, फटेरा आदि जैसे कीटनाशक दवाई और खादों का प्रयोग करते हैं लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे चार खाद बताएंगे जिन्हें आप अंतिम समय में गन्ने की फसल में डालकर बंपर पैदावार कर सकते हैं
गन्ने में अंतिम खाद क्या डालें
- Fipronil 50% SC 70 ml प्रति एकड़ की दर से डालें
- गन्ने में यूरिया की मात्रा 35 से 40 किलोग्राम प्रति एकड़ कि दर से डालें
- गन्ने की फसल में thiamethoxam 30 % Fs 700 ml प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करें
- गन्ने में कैल्शियम नाइट्रेट की मात्रा 17 किलोग्राम प्रति एकड़ इसका प्रयोग करने से गन्ने गन्ने की अच्छी ग्रोथ एवं मोटाई बढ़ाने में कार्य करता है