गन्ने की फसल मैं लगने वाले खतरनाक रोग टॉप बोरर को कैसे नियंत्रित करें एवं गन्ने की लंबाई कैसे बढ़ाएं

गन्ने की फसल मैं लगने वाले खतरनाक रोग टॉप बोरर को कैसे नियंत्रित करें एवं गन्ने की लंबाई कैसे बढ़ाएं

 रोग टॉप बोरर  गन्ने से टॉप बोरर को कैसे रोके और गन्ने की ग्रोथ को कैसे बढ़ाएं यदि आप जानना चाहते हैं कि गन्ने की फसल में टॉप बोरर को कैसे खत्म किया जाए तो आज की हमारी पोस्ट में आपको इस विषय से संबंधित सभी जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान की गई हैं तो चलिए इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं कि गन्ने में टॉप बोरर को कैसे खत्म किया जाए और गन्ने की लंबाई और मोटाई को कैसे बढ़ाया जाए

गन्ने में टॉप बोरर ( Disease Top Borer )

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के सामने पहले से ही समस्याओं का अंबार रहा है और अब गन्ने की फसल में लगे टॉप बोरर Disease top borer कीट से बहुत परेशान हैं गन्ने की फसल में यह बहुत तेजी से फैल रहा है किसानों की आम भाषा में इसे सुंडी कहते हैं लेकिन कृषि अधिकारी और वैज्ञानिक भाषा में इसे चोटी बेदक यानी टॉप बोरर कहते हैं

इस कीट का प्रकोप 0238 वैरायटी के गन्ने में अधिक हो रहा है और जिले में 95 परसेंट से अधिक फसल इसी वैरायटी के गन्ने की है गन्ने के इस प्रमुख कीट का प्रकोप पंजाब और हरियाणा की अपेक्षा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ज्यादा है इस कीट से हो रहे नुकसान को देखते हुए उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग और गन्ना शोध परिषद ने किसानों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है

यह रोग तेजी से बढ़ता ही जा रहा है किसानों का मानना है कि अगर इस रोग की रोकथाम नही हुई तो फसल के उत्पादन पर बहुत फर्क पड़ेगा किसानों को 1 एकड़ में हजारों का नुकसान होने की संभावना है

गन्ने में शीर्ष छेदक कीट की पहचान कैसे करें 

कृषि विज्ञान अधिकारी ने बताया कि टॉप बोरर एक सुंडी कीड़ा है टॉप बोरर रोग में कीट पत्तियों की गोभ में लगता है इस रोग से प्रभावित गन्ने की फसल की पत्तियों पर चित्र की तरह कुछ बना हुआ दिखाई देता है जो गन्ने के पौधों की पत्ती के बीच के तने में प्रवेश करता है गन्ने के ऊपरी भाग की कोमल पत्तियों को लपेटकर यह कीड़ा अंदर छेद बनाकर तने में घुस जाता है

और उन स्थान से ऊपर से नीचे की ओर सुरंग बनाने का काम करता है इससे प्रभावित पौधों का विकास रुक जाता है प्रभावित पौधों की अंतिम अवस्था में गन्ने का बड़वार भी रुक जाता है इस कीट के फैलने से फसल की पैदावार प्रभावित होती है और फसल के उत्पादन में गुणवत्ता पर अभी प्रभाव पड़ता है

गन्ने में शीर्ष छेदक कीट का उपचार कैसे करें 

किसान यहउपचार करें कि कीट से बचाव के लिए किसान भाई जून माह के दूसरे व तीसरे सप्ताह में कार्बो पैरान नामक कीटनाशक रसायन का प्रयोग करें इस रसायन को प्रति एकड़ 13 से 15 किलोग्राम तक का छिड़काव करें एवं इस बीमारी की रोकथाम के लिए कोरोजन दवा का छिड़काव सबसे बेहतर होता है

टॉप बोरर रोग की रोकथाम के लिए मई से जून के पहले सप्ताह तक प्रति एकड़ 50ML का कोराजन दवा को 400 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे कर दें इसके अलावा फर्टेरा का भी उपयोग किया जा सकता है लेकिन फर्टेरा का उपयोग करने के लिए खेत में कम से कम 45 दिनों तक नमी होनी चाहिए और याद रहे कि दवा का छिड़काव सुबह या शाम के वक्त में जड़ों के नजदीक करें खेत में दवा का उपयोग करने के बाद अगले 24 घंटों के अंदर खेत की सिंचाई कर देनी चाहिए जिससे कि दवा जड़ों तक पहुंच कर पूरे पौधे में पहुंच जाए

गन्ने की मोटाई एवं लम्बाई की वृद्धि के लिए क्या करें? 

गन्ने की मोटाई और लंबाई की ग्रोथ के लिए बेसल की बायो फ़र्टिलाइज़र( bio-fertilizer NPK) का प्रयोग करेंगे तोगन्ने की खेती करने वाले अधिकतर किसान गन्ने की मोटाई और लंबाई की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए कई तरह की खाद और उर्वरकों का उपयोग करते हैं।

भारत में गन्ने की खेती कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है किसानों के अनुसार कोराजन गन्ने की खेती के लिए एक बेहतरीन कीटनाशक है इसके उपयोग से ना केवल गन्ने की फसल होती है बल्कि गन्ने की लंबाई और मोटाई की पैदावार भी अच्छी होती है इन दिनों किसान गन्ने की फसल के लिए के कोराजन का जमकर उपयोग कर रहे हैं

उत्तरप्रदेश में गन्ने की फसल को लेकर एक चौंकाने वाली बात सामने आ रही है और बहुत से किसानों को यह मानना भी है कि गन्ने की उपज को बढ़ाने के लिए शराब और डिटर्जेंट का उपयोग करने से गन्ने की फसल अच्छी होती है लेकिन कृषि विशेषज्ञ के अंतर्गत इन तथ्यों का कोई वैज्ञानिक रिकॉर्ड नहीं है किसानों का मानना है कि शराब और डिटर्जेंट का गन्ने की फसल पर अच्छा प्रभाव पड़ता है

और इससे फसल में कीट भी नहीं लगता एवं उपज में वृद्धि उत्पन्न होती है तथा महंगे कीटनाशकों की बजाए किसान यूरिया में ऑक्सीटॉसिन मिलाकर उसका इस्तेमाल कर रहे हैं इसका उपयोग ज्यादातर मेरठ और मुजफ्फरनगर के ग्रामीण इलाकों में दिखाई दे रहा है

गन्ने की ग्रोथ बढ़ाने के लिए क्या करें?

पहले किसान भाई अपनी फसल को खरपतवार मुक्त रखें। गन्ने की फसल में किसान भाई निराई-गुड़ाई कर खरपतवार निकाल देते हैं। गन्ने की फसल में सिंचाई का उचित प्रबंधन करें। निराई गुड़ाई के बाद 12:32:16 @ 50 किग्रा, यूरिया 25 किग्रा, बायोबीटा ग्रेन्युलर 4 किग्रा और सल्फर 3 किग्रा प्रति एकड़ में अच्छी तरह मिलाकर डालें।

गन्ना बढ़ाने के लिए कौन सी दवा डालें?

किसानों के अनुसार, कोराजन गन्ने की खेती के लिये एक बेहतरीन कीटनाशक है. इसके उपयोग से न केवल गन्ने की फसल अच्छी होती है, बल्कि गन्ना लंबा और मोटा भी पैदा होता है. इसलिए इन दिनों किसान गन्ने की फसल के लिये कोराजन का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं

गन्ने में कौन कौन सी खाद डालना चाहिए?

कम्पोस्ट, सडी प्रेसमड आदि का प्रयोग किया जाना चाहिये। इस प्रकार जैविक खाद देने से गन्ना फसल के लिये आवश्यक पोषक तत्वों की अधिकांश मात्रा की पूर्ति की जा सकती है। मृदा में जैविक तत्वों की पूर्ति के लिये हरी खाद पूरक है।

गन्ने का गुच्छा टॉप क्या है?

प्रारंभिक अवस्था में (पहली दो पीढ़ियों में) इसके आक्रमण से गन्ने के युवा पौधों में लाल रंग की धारियाँ होने के साथ-साथ पौधों में छोटे-छोटे छेद हो जाते हैं। यदि यह गन्ने के पौधे के विकास के बाद के चरण में हमला करता है, तो यह ‘बंची टॉप’ नामक एक विशेष लक्षण का कारण बनता है। 

 

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