गन्ने में फुटाव के लिए कौन सी दवा डालनी चाहिए

गन्ने में फुटाव के लिए कौन सी दवा डालनी चाहिए 

भारत एक कृषि प्रधान देश है जिसमें भिन्न-भिन्न प्रकार की फसलों को उगाया जाता है। भारत में गन्ने की खेती कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। तो चलिए आज हम अपने इस लेख के माध्यम से जानते हैं। की गन्ने की फसल से अधिक उत्पादन किस प्रकार से कर सकते हैं। गन्ने की अधिक फुटाव, मोटा, एवं गन्ने को लंबा करने के लिए क्या करना चाहिए इसकी पूरी जानकारी आपको हमारे इस लेख के माध्यम से प्राप्त हो जाएगी।

भारत गन्ने की फसल को एक महत्वपूर्ण फसलों में से माना जाता है। क्योंकि भारत दुनिया में चीनी उत्पादन करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है। और इस चीनी का मुख्य स्रोत गन्ना ही है। ऐसे में भारत गन्ने की खेती करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से किसानों को बताएंगे कि गन्ने की अधिक पैदावार किस प्रकार कर सकते हैं। गन्ने की फसल से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी नीचे के लेख के माध्यम से दी गई है।

 गन्ना बोने से पहले निम्नलिखित बातों पर्दे ध्यान

  • गन्ना बुवाई से पहले किसान अपनी फसल में से खरपतवार को अलग कर देना चाहिए
  •  गन्ने की फसल में किसान भाई खरपतवार को निराई गुड़ाई के माध्यम से निकाल सकते हैं
  •  गन्ने की बुवाई से पहले गन्ने के खेत की अच्छी तरह से जुताई करनी चाहिए क्योंकि बुवाई के वक्त खेत में नामी होना बेहद जरूरी होता है।
  •  गन्ने की फसल में समय अनुसार सिंचाई का उचित प्रबंध होना चाहिए।
  •  गन्ने का बीज खुद के खेत एवं सही बीज का चयन करें

गन्ने की अच्छी पैदावार एवं अच्छी जमाव के लिए किसान भाइयों को अच्छे बीज का चयन करना भी बहुत ही जरूरी होता है। इसीलिए किसान भाई गन्ने का बीज अपने खुद के ही खेत में तैयार करके गन्ने की बुवाई कर सकते हैं। इस दौरान किसान इस बात का जरूर ध्यान रखें गन्ने के बीच में किट और बीमारी का उपयोग नहीं हुआ हो। तैयार किए हुए बी की बुवाई 8 से 10 महीने में कर दें। उसका जमाव 15 से 20% ज्यादा होगा। इस दौरान बी को जीवाणु रहित करने के लिए बाविस्टिन का घोल बनाकर उसे डीप करके बुवाई कर दें

गन्ने की मोटाई बढ़ाने के लिए क्या डालें

गन्ना किसानों के अनुसार कोराजन कीटनाशक दवाई गाने की खेती के लिए एक बेहतरीन दवा के रूप में है। इसका उपयोग से न केवल गन्ने की फसल अच्छी बल्कि गन्ने की अच्छी लंबाई एवं मोटी गन्ने की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग गन्ना किसान अपनी गन्ने की फसल में कर रहे हैं।

गन्ने में फुटाव के लिए कौन सी दवा डालनी चाहिए
                                                                गन्ने में फुटाव के लिए कौन सी दवा डालनी चाहिए

गन्ना उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए गन्ने के साथ इस तरह की फसल का चुनाव करें जो गन्ने की फसल में प्रतिस्पर्धा न करें। गन्ने की ट्रेंच विधि द्वारा किसान गन्ने की डबल फसल ले रहे हैं ट्रेंच विधि द्वारा बोए जाने वाले गन्ने फसल के साथ-साथ किन फसलों को आप ले सकते हैं जैसे प्याज,आलू ,राजमा धनिया, मूंग ,उड़द, सरसों, लाया आदि फसलों को उगा सकते हैं

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सूत्रों की माने तो किसानों का मानना है कि शराब और डिटर्जेंट से गन्ने की फसल और अच्छी होती है। क्योंकि इसके उपयोग से फसल में कट नहीं लगने से पैदावार में बढ़ोतरी होती है। जिसमें गन्ना मोटा एवं लंबा पैदा होता है। किसानों का मानना है कि कीटनाशक दवाइयां अधिक महंगा होने के कारण इस तकनीक का प्रयोग अपनी फसल में करना पड़ रहा है। हालांकि कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक इन बातों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। लेकिन फिर भी किसान धड़ले से इस नई तकनीक का प्रयोग अपनी फसलों में कर रहे हैं।

किसान अपने खेतों में फसल की अच्छी उपज एवं पैदावार लेने के लिए खेतों में जैविक खाद का प्रयोग करें इसके साथ कंपोस्ट खाद गली हुई गोबर का प्रयोग अंतिम विदाई से पहले खेतों में करें बुवाई करते समय दो बीजों के बीच की दूरी बनाए रखें गन्ने के बीज को ज्यादा बुवाई करें क्योंकि इससे गन्ना धीरे-धीरे बढ़ता है और उसका वजन भी ज्यादा रहता है।

के लिए दोमट मिट्टी का खेत सबसे बढ़िया विकल्प है लेकिन भारी दोमट मिट्टी को गन्ने की फसल के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। गन्ना बुवाई से पहले सही बीज एवं खाद, और गन्ने के खेत के जुताई अहम भूमिका निभाती है यह यह सभी कार्य करने से आपकी गन्ने की फसल की पैदावार बढ़ जाएगी।

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